(NTA UGC-NET-JRF. ECONOMICS SYLLABUS )
यू जी सी नेट - अर्थशास्त्र पाठ्यक्रम
इकाई-I
व्यष्टि अर्थशास्त्र
उपभोक्ता व्यवहार सिद्धान्त
उत्पादन और लागत सिद्धान्त
अनिश्चयता के अन्तर्गत निर्णय, जोखिम के प्रति अभिवृति
गेम सिद्धान्त - असहकारी गेम्स
बाजार संरचना, प्रतिस्पर्धात्मक और अप्रतिस्पर्धात्मक साम्यावस्था और उनके दक्षता के गुण
उपादान कीमत-निर्धारण
सामान्य साम्यावस्था विश्लेषण
दक्षता का मापदंड : परेटो द्वारा प्रतिपादित इष्टतयता, काल्डर - हिक्स तथा सम्पदा अधिकतमकरण
कल्याण अर्थशास्त्र : आधारभूत सूत्र, समाज कल्याण प्रकार्य
असमित सूचना : प्रतिकूल चयन तथा नैतिक
इकाई-॥
समष्टि अर्थशास्त्र
राष्ट्रीय आय: संकल्पनाएँ तथा मापन उत्पादन एवं रोजगार का निर्धारण : परम्पारवादी तथा केन्ज़ीय उपागम
उपभोग प्रकार्य
निवेश प्रकार्य
गुणक तथा त्वरक
मुद्रा की मांग
मुद्रा की आपूर्ति
आई एस - एल एम माडल उपागम
मुद्रास्फीति और फिलिप्स वक्र विश्लेषण
व्यापार चक्र
मौद्रिक तथा राजकोषीय नीति
विवेकी प्रत्याशा प्राकल्पना तथा इसकी समालोचना
इकाई-III
सांख्यिकी तथा अर्थमिति
प्रायिकता सिद्धान्त : प्रायिकता की संकल्पनाएं, वितरण, मोमेंट्स, केन्द्रीय सीमा सूत्र (Central Limit Theorem)
विवरणात्मक सांख्यिकी - केन्द्रीय प्रवृति का मापन और प्रकीर्णन, सहसाहचर्य, सूचकांक
प्रतीक-चयन की विधियां और प्रतीक-चयन वितरण
सांख्यिकी अनुमान, प्राक्कल्पना का परीक्षण
रेखीय प्रतिगमन माडल और उनके गुण-स्वभाव - बी एल यू ई (BLUE)
आजेन्टीफिकेशन प्रोब्लम
समकालिक समीकरण के माडल- पुनर्रवाही और गैर-पुनर्रवाही
असतत् चयन माडल
समय ऋखला विश्लेषणरण
इकाई-IV
गणितीय अर्थशास्त्र
सेट, प्रकार्य और निरन्तरता, अनुक्रम और माला
अवकलन गणित तथा इसके अनुप्रयोग।
रेखीय बीजगणित भिति उनके बेक्टर स्पेस अनुप्रयोग
स्थिर इष्टतमीकरण समस्याएं
इनपुट-आउटपुट माडल, रेखीय प्रोग्रमिंग
डिफरेंस इक्योशन्स और डिफरेंशियल इक्योशन्स और उनके अनुप्रयोग
इकाई-V
अन्तर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार : आधारभूत संकल्पनाएँ और विश्लेषणात्मक विधियाँ
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के सिद्धान्त
अपूर्ण प्रतिस्पर्धा के अधीन अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
भुगतान का सन्तुलन : संरचना, साम्यावस्था और असाम्यावस्था और समायोजन की क्रिया विधियां
विनिमय दर : संकल्पनाएँ और सिद्धान्त
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार और विदेशी मुद्रा का क्रय-विक्रय
व्यापार से लाभ, व्यापार की शर्ते, व्यापार गुणक
व्यापार से जुड़े प्रशुल्क गैर प्रशुल्क अवरोधक, राशि पतन
गैट ( GATT) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार संगठन (WTO) और रिजनल ट्रेड ब्लाक्स; व्यापार नीति सम्बन्धी मुद्दे
अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक
इकाई- VI
लोक अर्थशास्त्र
बाजार विफलता और सुधारियक उपाय : असमित सूचना, सार्वजानिक वस्तुएं, बाह्यता
बाजार का नियंत्रण - अभिसिंध और उपभोक्ता कल्याण
लोक राजस्व : कर एवं गैर कर राजस्व, प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष कर, प्रगतिशील और गैर-प्रगातिशील कराधान, कराधान का कर-भार और प्रभाव
लोक व्यय
ऋण तथा इसका प्रबन्धन
सरकारी बजट और बजट गुणक
राजकोषीय नीति और इसके निहितार्थ
इकाई-VII
मुद्रा और बैकिंग
मुद्रा आपूर्ति के घटक
केन्द्रीय बैंक
वाणिज्यिक बैकिंग
मौद्रिक नीति के उपकरण और इसकी कार्य-शैली
गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान
पूंजी बाजार और इसका विनिमयन
इकाई-VIII
संवृद्धि और विकास का अर्थशास्त्र
आर्थिक संवृद्धि और आर्थिक विकास
आर्थिक विकास के सिद्धान्त : एडम स्मिथ, रिकार्डो, मार्क्स, शुम्पीटर, रोस्टोव, सन्तुलित और असन्तुलित वृद्धि, प्रबल धक्का उपागम
आर्थिक वृद्धि के माडल : हैरड-डोमार, सोलो, रोबिन्सन, काल्डोर
तकनीकी प्रगति - गैर समाहित और समाहित; अन्तर्जात संवृद्धि
आर्थिक विकास के सूचक : पी क्यू एल आई (PQLI), एच डी आई (HDI), एस डी जी (SDGs)
गरीबी और असमानताएं : संकल्पना और मापन
सामाजिक क्षेत्र में विकास : स्वास्थ्य, शिक्षा, लिंग
इकाई-IX
पर्यावरणीय अर्थशास्त्र और जनांकिकी
पर्यावरण एक सार्वजानिक वस्तु के रुप में बाजार विफलता
कोस प्रमेय (Coase Theorem)
लागत-लाभ विश्वलेषण और मुआवजा के मानदंड
पर्यावरणीय वस्तुओं का मूल्य-निर्धारण
जनसंख्या के सिद्धान्त
संकल्पनाएं और मापन : प्रजननीयता, रुग्णता, मृत्युक्रम
आयु-संरचना, जनांककीय लाभांश
जीवन सारिणी प्रवास
इकाई-X
भारतीय अर्थव्यवस्था
भारत में आर्थिक प्रगति : प्रतिमान और संरचना
कृषि : प्रगति के प्रतिमान और संरचना, प्रमुख चुनौतियां, नीति प्रतिवचन
उद्योग : प्रगति के प्रतिमान और संरचना, प्रमुख चुनौतियां, नीति प्रतिवचन
सेवाएं : प्रगातिक प्रतिमान और संरचना, प्रमुख चुनौतियाँ, नीति प्रतिवचन
ग्रामीण विकास :मुद्दे, चुनौतियां और नीति प्रतिवचन
शहरी विकास : मुद्दे, चुनौतियां और नीति प्रतिवचन
विदेश व्यापार : संरचना तथा दिशा, बी ओ पी (BOP), विदेशी पूंजी का प्रवाह, व्यापार नीतियां
आधारभूत संरचना विकास : भौतिक और सामाजिक, सरकारी - निजी सहभागिता
भूमि, श्रम और पूंजी बाजार के क्षेत्रो में सुधार कार्य
केन्द्र-राज्य वित्तीय सम्बन्ध और भारत में गठित विभिन्न वित्त आयोग; एफ आर बी एम (FRBM)।
गरीबी, असमानता और बेरोजगारी
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