#SEBI AND HINDENBURG ISSUE#
प्रश्न -1 सेबी का वर्तमान अध्यक्ष कौन है?
1-शशिकान्त दास
2-माधवी पुरी वुच
3-धर्मेन्द्र प्रधान
4-निर्मला सीतारमन
सही उत्तर है विकल्प (2)
प्रश्न -2 सेबी की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
1-1988
2-1991
3-1993
4-1996
सही उत्तर है विकल्प ( 1)
प्रश्न-3 हिडेनवर्ग क्या कार्य करता है?
1- वित्तिय विनियमन का कार्य करता है।
2-शेयर बाजार में शार्ट सेलिंग करता है।
3-एक वित्तीय सक्रियतावादी है।
4- एक गैर सरकारी संगठन है।
नीचे दिए गये विकल्पों में से सही चुनें।
1- केवल विकल्प 1
2-विकल्प 2 और 3
3- केवल विकल्प 4
4- केवल विकल 2
सही उत्तर है विकल्प (2)
प्रश्न -4 हिडेनवर्ग कहां की संस्था है?
1- इंग्लैंड
2-फ्रांस
3-जर्मनी
4- अमेरिका
सही उत्तर है विकल्प (4)
सेबी के बारे में-
सेबी (SEBI) का पूरा नाम है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Security and Exchange Board of India)। एक कार्यकारी संस्था के रूप में इसकी स्थापना 12 अप्रैल 1988 को किया गया था। 1991 के बाद जैसे- जैसे भारतीय अर्थव्यवस्था उदारीकरण की ओर बढने लगी। तत्कालीन वित्तीय बाजार की जरूरतों के अनुसार सेबी को 1992 में एक वैधानिक विनियामक(Regulator) का दर्जा दिया गया। अपनी स्थापना काल से लेकर अब तक कई बार सेबी चर्चाओं में रहा है। पिछले कुछ दिनों से सेबी पुनः सुर्खियों में है।
सेबी चर्चा में क्यों है ?
वित्तीय क्षेत्र की शार्ट सेलिंग कम्पनी हिडेनबर्ग ने सेबी की वर्तमान अध्यक्ष माधवी पुरी बुच पर आरोप लगाया है कि सेबी की अध्यक्ष ने अपने "निजी हितों के कारण" लाभ प्राप्ति के लिए इन्होंने सिंगापुर की एक ऐसी कम्पनी में निवेश किया है। जिसका सम्बन्ध निवेशक के रूप में अडानी समूह के अध्यक्ष के भाई का भी उस कम्पनी से जुड़ाव है। कुछ महिनों पहले हिडेनबर्ग ने अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी पर भी आरोप लगाया था। जिसके कारण भारतीय शेयर बाजार मे भारी गिरावट दर्ज की गई थी।जिसका नुकसान अडानी समूह की कम्पनियों के साथ भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा था। बाद में भारतीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशन पर कई चरणों में जांच के बाद अडानी को आरोप मुक्त पाया गया।
कौन है हिडेनबर्ग ?
हिडेनबर्ग अमेरिका के न्यूयार्क में स्थापित वित्तिय निवेश से जुड़ी शोधपरक शार्ट सेलिंग कम्पनी है। यह अपने वित्तीय विश्लेषण के द्वारा दुनिया भर के शेयर बाजारों की स्वसमीक्षा के माध्यम से अल्पकालिक तौर पर लाभ प्राप्त करने का कार्य करता है। इसकी स्थापना 2017 में की गई थी। यह शेयर बाजार की अनियमितताओं पर अपनी रिपोर्ट जारी करती है। जिससे शेयर बाजार में अल्पकालिक बिक्री की प्रक्रिया बढती है। क्योंकि शेयर बाजार एक मनोविज्ञान पर कार्य करता है। एक तरफ इसके रिपोर्ट से जहां कम्पनिया संकट में आती हैं। वहीं निवेशकों और सरकारों के लिए भी यह संकट का कारण बनता है।
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