यूजीसी नेट परीक्षा जून 2005 भूगोल: द्वितीय प्रश्न पत्र
UGC NET EXAM JUNE 2005 GEOGRAPHY SECOND PAPER
1. ध्रुवीय अग्र संबद्ध होता है।
(A) उष्णकटिबन्धीय चक्रवात के उद्भव से
(B) वायु पेटियों के उद्भव से
(C) शीतोष्ण कटिबन्धीय चक्रवात के उद्भव से
(D) टोर्नेडी के उद्भव से
2. नीचे दो वक्तव्य दिये गये हैं, एक को कथन (A) कहा गया है और दूसरे को कारण (R)। दिये गये संकेतों में अपना उत्तर चुनिये :
कथन (A): हिन्द महासागरीय धाराओं का परिचलन प्रतिरूप आंध महासागरीय एवं प्रशान्त महासागरीय धाराओं के परिचलन प्रतिरूप से बहुत भिन्न होता है।
कारण (R): हिन्द महासागर मानसूनी हवाओं की मौसमी आवर्तिता से प्रभावित होता है एवं उत्तर में स्थल रुद्ध है।
(A) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(B) (A) तथा (R) दोनों सही है किन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(C) (A) सही है किन्तु (R) गलत है।
(D) (A) गलत है किन्तु (R) सही है।
3 समुद्री धाराओं का अभिषरण होता है:
(A) विषुवतरेखीय प्रदेश में
(B) उष्णकटिबन्धीय प्रदेश में
(C) ध्रुवीय प्रदेश में
(D) मध्य अंक्षाशीय प्रदेश में
4. उत्तरी अंघ महासागर की उत्तरी विषुवतीय धारा एवं दक्षिणी अंध महासागर की दक्षिणी विषुवतीय धारा का कारक होता है:
(A) विषुवत रेखा पर अन्तर्गामी शक्ति
(B) व्यापारिक हवाएं
(C) कोरियालिस शक्ति
(D) ध्रुवों पर अभिकेन्द्रीय शक्ति
5. नीचे वो वक्तव्य दिये गये हैं, एक को कथन (A) कहा ( गया है और दूसरे को कारण (R)। दिये गये संकेतों में अपना उत्तर चुनिये :
कथन (A): फेरल का सिद्धान्त उत्तरी गोलार्द्ध में समुद्री धाराओं के दक्षिणावर्त दिशा में बहाव को स्पष्ट करता है।
कारण (B): कोरियालिस फोर्स दक्षिणी गालार्द्ध में समुद्री धाराओं के उत्तरावर्त दिशा में बहाव के लिए उत्तरदायी है।